smgra portal, smgra shiksha portal, समग्र पोर्टल पर समग्र आईडी
मध्य प्रदेश में योजनाओं का क्रियान्वयन भिन्न-भिन्न विभागों द्वारा किया जा रहा था किंतु किसी भी विभाग के पास उक्त योजनाओं के अंतर्गत पंजीकृत हितग्राहियों का डेटाबेस ऑनलाईन उपलब्ध नहीं था। विभागों के पास अपने हितग्राहियों की अद्यतन जानकारी उपलब्ध नहीं होने से योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता नहीं थी।
SMGRA PORTAL kya hai? समग्र पोर्टल Kaise kaam karata hai?
हितग्राही को भी योजनायों के लाभ लेने हेतु बार-बार आवेदन प्रस्तुत करना पड़ता था तथा आवेदन के साथ बार-बार अपनी पहचान सम्बिन्धित तथा योजना से सम्बंधित दस्तावेज/प्रमाणपत्र जैसे जाति प्रमाण पत्र अदि प्रस्तुत करने पड़ते थे। इससे आवेदक को असुविधा तथा कार्य में विलम्ब होता था।
उपरोक्त को ध्यान में रखते हुए मध्य प्रदेश शासन ने प्रदेश में निवासरत सभी परिवारों तथा उनके सभी सदस्यों का डेटाबेस तैयार कर लिया है। डेटाबेस बनाने हेतु सर्वप्रथम सभी परिवारों का घर-घर जाकर सर्वे किया गया और सभी परिवारों तथा सदस्यों की जानकारी प्राप्त की गई तथा उसका पंजीयन SMGRA PORTAL किया गया। इस प्रक्रिया का पालन कर प्रदेश की राज्य जनसंख्या पंजी का निर्माण किया गया। जनसंख्या पंजी पर परिवार एवं परिवार सदस्य की विस्तृत प्रोफाइल पोर्टल पर उपलब्ध हैं जैसे कि परिवार किस जाति वर्ग, धर्म, परिवार गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करता हैं या नहीं, परिवार के मुखिया का नाम, सदस्य का नाम, आयु, लिंग, वैवाहिक स्तर, कार्यक्षेत्र, शैक्षणिक स्तर, विकलांगता, बचत खाते की जानकारी।
पंजीयन उपरान्त सभी परिवारों को 8 अंको के समग्र परिवार आईडी तथा सभी सदस्यो को 9 अंको की समग्र आईडी दी गई है। समग्र यूनिक आईडी पूर्णतः निशुल्क है एवं सभी को दी गई है। यह जीवन काल में वही रहेगी। व्यक्ति स्वंय भी समग्र पोर्टल spr.samagra.gov.in, samagra.gov.in पर जाकर अपने एवं परिवार के सदस्य की समग्र यूनिक आईडी जान सकता हैं।
वर्तमान मेँ SMGRA PORTAL पर समग्र आईडी के आधार पर विभिन्न योजनाओं जैसे छात्रवृत्ति (स्कूल), सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत कम दरों पर खाद्य (पीडीएस), बीमा, समस्त पेंशन योजनाएं, विवाह सहायता, अनुग्रह राशि, राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना, आम आदमी बीमा और मातृत्व अवकाश सहायता इत्यादि का लाभ दिया जा रहा है। राशि का भुगतान हितग्राहियों के पोर्टल पर पंजीकृत एवं सत्यापित बचत खातों मे किया जा रहा है। इससे हितग्राही-मूलक योजनाओं में पारदर्शिता एवं योजनाओं का लाभ सुलभता से सुनिश्चित करना संभव हुआ है।